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विधान सभा
चुनाव आई है बहार चुनावों की आर्कषक सबके बैनर हैं । प्रत्याशी जो भी आये हैं सबके मासूम से तेवर हैं । हर दल का है संदेश यही ज़नसेवा ध्येय लिये मन में वे राजनीति में उतरे हैं माली बनकर इस उपवन में ।
सबके लिए सुलभ होंगे पूरे
करने हर सपने को । राजनीति कोई खेल नहीं यह
तो बस एक लडाई है । हम वोट उसी को देंगे अब
हो राजनीति व्यवसाय नहीं
। जिसका निज का व्यवसाय
नहीं धन का जिसको मोह नहीं। जो सौम्य सुशील विनम्र और
हर विपदा में हमराही हो। –
सुरेश चन्द्र 'विमल' |
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