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होली का त्यौहार लेकर रंगो की फुहार आ गया है होली का त्यौहार, चारो ओर छायी खुशहाली रंगो की ये छटा है मतवाली, मिटा कर दिलों की दूरी खेल रहे हैं देखो सब होली, लेकर मन में नयी उमंग मचा रहे हैं, बच्चे भी हुड़दंग लाल-हरा, पीला-नीला अद्भुत है रंगो का ये मेला बच्चे, बुढे और जवानों की टोली खेल रही है मिलकर होली चारो तरफ खुशियाँ छायी मस्ती का है आलम रहा न ऊँच-नीच का भेद रंगो में डुबे सब हो गये एक रंगो की हो रही बौछार है बुरा न मानो दोस्तो होली का ये त्यौहार है मिला रहा जो सारा परिवार है बसुधैव कुटुंबकम् इसका सार है।
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