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असंतुलित मासिक धर्म बन सकता है अवसाद का सबब वाशिंगटन, 1 दिसम्बर (आईएएनएस)। महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव की वजह से उनके व्यवहार में परिवर्तन देखा जा सकता है। एक स्वास्थ्य रिपोर्ट में बताया गया है कि इस दौरान महिलाएं अवसाद की शिकार हो सकती हैं। सोसाइटी फॉर विमेन्स हेल्थ रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार यूं तो महिलाएं किसी भी उम्र में मिजाज के उतार-चढ़ाव या अवसाद की शिकार हो सकती हैं, लेकिन मासिक धर्म, गर्भावस्था और रजोनिवृति के पहले और बाद में उनके व्यवहार में परिवर्तन आने की संभावना सबसे अधिक होती है। कुछ महिलाओं पर हॉर्मोनल बदलाव का असर नहीं पड़ता लेकिन कई महिलाओं में मध्यम से तेज गति का व्यवहार परिवर्तन देखा जा सकता है। इससे उनकी कार्य करने की क्षमता और ऊर्जा प्रभावित होती है। 'नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ मेंटल हेल्थ्स रीप्रोडक्टिव इंडोक्राइन स्टडीज यूनिट' के जांचकर्ता पीटर स्मिढ़ कहते हैं, ''महिलाओं के व्यवहार में यह परिवर्तन क्यों पाया जाता है, इसके लिए विज्ञान ने कुछ सूत्रों का पता लगाया है। पर सटीक कारणों का पता लगाने के लिए और शोध की आवश्यकता होगी।'' एक अन्य शोधकर्ता शेरी मार्ट्स ने कहा, ''महिलाओं को अपने मासिक चक्र के दौरान मिजाज में परिवर्तन के विषय में सजग रहने की आवश्यकता है।'' इंडो-एशियन न्यूज सर्विस |
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