जिन नदियों को
पृथ्वी पर
जगह न मिली
उन्होंने
चुन लिया
मनुष्य की
आँखों में रहना!
जिन नदियों को
पृथ्वी पर
जगह न मिली
उन्होंने
चुन लिया
मनुष्य की
आँखों में रहना!
विश्व एक विशाल व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।
विश्व एक विशाल व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।
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