प्रिय बच्चों,
इस बार हम आपको एक बेहद सुन्दर चिडिया के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। इसे हिन्दी में शाह बुलबुल के नाम से जाना जाता है। अंग्रेजी में इसका कॉमन नाम पैराडाइज फ्लाईकैचर है। जैसा नाम वैसी ही सुन्दर है यह चिडिया।
इसका आकार बुलबुल जैसा होता है। नर पैराडाइज फ्लाईकेचर चाँदी के से सफेद रंग का होता है, और उसके सर पर काले रंग की कलंगी होती है और दो लम्बे रिबन जैसे पूंछ के पंख होते हैं, जो कि उसकी उडान के समय लहराते हुए बहुत खूबसूरत लगते हैं। मादा पैराडाइज फ्लाईकेचर हल्के लाल-भूरे रंग की होती है नीचे का धड सलेटी-सफेद होता है। और शेष आकार में वह बुलबुल के समान ही होती है पर अपने नर की तरह लम्बी रिबन नुमा पूंछ मादा पैराडाइज फ्लाईकेचर के नहीं होती है।
पूरे भारत में पाया जाने वाला यह पक्षी मानव आबादी के आसपास छायादार घने पेडों वाले पार्को, जंगलों में दिखाई देता है। ज्यादातर यह पक्षी जोडे से रहता है। नर पैराडाइज फ्लाईकेचर जब उडता है तब उसके सुन्दर लम्बे सफेद रिबन नुमा पंख लहराते-फहराते हैं तो वह चंचल परी की तरह लगता है, बुलबुल जैसे आकार की लाल-भूरी मादा उसके समानान्तर उडती है, तो वह दृश्य बडा अद्भुत और स्वार्गिक होता है।
उसका प्रिय भोजन मच्छर, मक्खियाँ, कीडे आदि हैं। इसकी आवाज क़र्कश र्चीच्यू जैसी होती है। इसका नीडन समय फरवरी से जुलाई माह में होता है। इसका घोंसला एक पूरी तरह घास और रेशों से बुना हुआ कप नुमा आकार का होता है। जिसमें यह बाहर से जालों जैसा प्लास्टर सा लगा देता है। इसका घोंसला पेड क़ी कोटर में होता है या मजबूत दो से चार मीटर उंची टहनी पर टँगा रहता है। यह चिडिया एक बार में तीन से चार अण्डे देती है, जो कि पीला पन लिये गुलाबी रंग के होते हैं जिस पर लाल-भूरे धब्बे होते हैं। नर और मादा दोनों मिल कर अण्डे सेने से लेकर बच्चे निकलने तक साथ-साथ रहते हैं। किन्तु ज्यादातर जिम्मेदारी मादा निभाती है।
आपने अपने घर के आस-पास या पिकनिक स्पॉट्स या घने छायादार पेडों वाले पार्कों में इसे देखा है? तो लिखना क्या वह दृश्य अद्भुत नहीं था?
बाल साहित्य
शाह बुलबुल
आज का विचार
समानता Women’s Day advocates gender parity. महिला दिवस लैंगिक समानता की वकालत करता है।
आज का शब्द
समानता Women’s Day advocates gender parity. महिला दिवस लैंगिक समानता की वकालत करता है।