हमारे लेखक
- सपना सिंह
- Rewa, Madhya Pradesh
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जन्मदिवस: 21/06/1969
शिक्षा – एम.ए. (इतिहास, हिन्दी) बी.एड.
प्रकाशन
धर्मयुग ,साप्ताहिक हिन्दुस्तान के किशोर कालमों सें लेखन की शुरूआत, पहली कहानी 1993 के सितंबर हंस में प्रकाशित… लम्बे गैप के बाद पुन: लेखन की शुरूआत, अबतक-‘हंस ,कथादेश , परिकथा,कथाक्रम, पाखी ,वर्तमान साहित्य, किस्सा, वनमाली , सखी(जागरण), समर लोक, संबोधन (प्रेमकथा विशेषांक), हमारा भारत, निकट, अर्यसदेंश, युगवंशिका, माटी, इन्द्रप्रस्थ भारती, गम्भीर समाचार, कथा यूके ‘पुरवाई’ , ‘आजकल’, इत्यादि में 50 से अधिक कहानियॉं प्रकाशित।
आकशवाणी से कहानियों का निरतंर प्रसारण।
प्रतिलिपि, सत्याग्रह, शब्दाकंन, हस्ताक्षर, पहलीबार, मेराकी.,नॉटनाल वेब पत्रिकाओं में कहानियां।
प्रकाशित कृतियां
उपन्यास – तपते जेठ में गुलमोहर जैसा , वार्ड नंबर सोलह इलाहाबाद रोड , धर्महत्या , अनंत में अंत।
कहानी संग्रह़ – उम्र जितना लम्बा प्यार , चाकर राखो जी , बनते बिगड़ते तिलिस्म ,अपनी सी रंग दीन्ही ।
संपादन – देह धरे को दण्ड (वर्जित संबंधो की कहानियाँ
सपना सिंह
पुरस्कार – म.प्र साहित्य सम्मेलन का वागीश्वरी पुरस्कार, कमल टिक्कू पुरस्कार, दैनिक भास्कर का विंध्य प्रतिभा पुरस्कार ।
म.नं. 10/1467, ‘अनहद’ , आलाप के बगल में, अरूण नगर *रीवा (म.प्र.)*
मो. 09425833407 ,6387098089