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दोहे मैंने
पूछा सांप से दोस्त बनेंगे
आप। कुत्ता
रोया फूटकर यह कैसा जंजाल। दुखित
गधे ने एक दिन छोड़ दिया सब काम। बीन
बजाये नेवला सॉंप भला क्यों आय। नहीं
मिलेगी चाकरी नहीं मिलेगा काम। गया रेल
में बैठकर शौचालय के पास। रचना छपने
के लिये भेजे पत्र अनेक। श्यामल सुमन
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