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ज्यादा
की है, नहीं
तमन्ना पापा
बोले, नहीं मैं
दूंगा मैं तो
जनसेवक बनूंगा मेरा
तो सर चकराया
स्वतन्त्रता के साठ साल बाद जमाना
कितना अब बदल गया पापा
ने हंस कर कहा जिस
दिन त्याग की महिमा को उनके
चेहरे का तेज देख -रुचि चन्द्रा |
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