एक जीवन्त कविता शैली
हाइकू मूलत: कविता लिखने की एक जापानी शैली है।
इसकी खूबसूरती इसके छोटे–छोटे ध्वनि सूचक और अभिव्यक्ति मूलक शब्दों में ही है। हाईकू का उद्देश्य है‚ दृश्य में छिपी ध्वनियों‚ भावों को गिने हुए अक्षरों में कविता के माध्यम से प्रतिध्वनित करना। एक–दो शब्दों में दृश्य की आत्मा को जीवन्त कर दिखाना। हमारे पाठक इस शैली में कविता लिखना ज़रूर सीखना चाहेंगे। कम शब्द और सम्पूर्ण अभिव्यक्ति। पहले आप इस हाइकू को पढ़ें –
टप्प से झरा
फूल एक सफेद
पारिजात का
सिहर उठी घास
की एक पत्ती
ढरक गई ओस
भिगो मन को
है ना‚ दृश्य की आत्मा को जगाती सी एक खूबसूरत कविता। बहुत आसान है हाइकू लिखना। बस कुछ छोटे नियमों का पालन करें और शब्दों से ज़्यादा भाव पर ध्यान दें।
हाँ.. सबसे पहली पंक्ति में सिर्फ पाँच अक्षर शामिल करें‚ याद रहे बस पाँच अक्षर‚ चाहे उनसे एक शब्द बने या दो या तीन।
जैसे ‘ चुप सी तुम ‘ गिनिये कितने अक्षर हैं इस पंक्ति में –
चु प सी तु म
1 2 3 4 5
अगली पंक्ति में सात अक्षर लें – बर्फ के नीचे जैसे
ब र्फ के नी चे जै से
1 2 3 4 5 6 7
अब फिर पाँच अक्षर – बहती नदी
ब ह ती न दी
1 2 3 4 5
हो गई ना कविता – बस इसे ही हाइकू कहते हैं।
चुप सी तुम
बर्फ के नीचे जैसे
बहती नदी
एक बात ध्यान में रखें कि आधे अक्षर और मात्रा को हम नहीं गिनेंगे या साथ वाले अक्षर के साथ उसे एक ही गिनेंगे। झैर्से ‘ टप्प ‘ इसमें हम ‘ प्प ‘ को हम एक अक्षर ही गिनेंगे। ऐसा ही ‘ पत्ती ‘ में होगा‚ यह भी दो ही अक्षर का शब्द माना जाएगा। है ना आसान हाइकू लिखना। एक हाइकू और आपको लिख कर दिखाती र्हूँ –
तेरी बाँहों में
खिलते पलाश को
निहारता हूँ
मैं भी तो खिलता हूँ
पलाश सा ही
तेरी बाँहो में घिरा
अब आप मुझे लिख भेजें ऐसी ही कुछ हाइकू। उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आयी होगी‚ क्योंकि सृजनात्मक जो है।लेकिन प्रतिक्रिया स्वरूप मुझे आप से हाइकू ही चाहिये। इस कविता शैली को अपने मित्रों को भी सिखाएं ।