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भारतीय सरकारी तन्त्र और व्यंग्य
आजकल स्टारप्लस 'यस मिनिस्टर' की
तर्ज पर 'जी मंत्री' जी नाम से एक धारावाहिक आरंभ हुआ है‚ यह प्रयास वाकई
लाजवाब है। मंत्री और ब्यूरोक्रेट्स की खींचतान के बीच फंसे देश की स्थित
पर अच्छे व्यंग्य किये गए हैं। सटीक और मज़ेदार‚ इस सीरियल में
ब्यूरोक्रेसी के दाँव–पेंचों से अनभिज्ञ मंत्री जी की विवशता ने हँसाया
तो है ही साथ ही आँखें भी खोलीं हैं कि जब एक पढ़े–लिखे और सम्पादक से
मंत्री बने व्यक्ति को ब्यूरोक्रेसी इतना उलझा देती है तो कम पढे.‚ अंगूठा
टेक मंत्रियों की हालत का अंदाज़ा दर्शकों को भली–भाँति लग गया होगा। अब
समय आ ही गया है कि मंत्रियों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता को लेकर नियम
बनाए जाएं। |
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