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मछली के तेल से सिजोफ्रेनिया की रोकथाम में मदद मेलबोर्न, 29 नवंबर (आईएएनएस)। मछली के तेल के नियमित सेवन से लोगों के सिजोफ्रेनिया की चपेट में आने से बचा जा सकता है। विश्व मनोरोग चिकित्सा संघ के एक सम्मेलन में यहां गुरुवार को पेश एक नए अध्ययन में इस तथ्य का खुलासा किया गया। यह नया शोध आस्ट्रिया में 81 लोगों, जिनकी उम्र 15 से 25 वर्ष के बीच थी, के एक समूह पर किया गया। इस शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने उन्हें ओमेगा-3 फैटी एसिड दिया। इनमें से प्रत्येक को प्रतिदिन 1.5 ग्राम मछली के तेल का सेवन कराया गया। इस अध्ययन के मुख्य वैज्ञानिक पॉल अमिंगर ने रेडियो आस्ट्रेलिया के साथ साक्षात्कार में कहा कि शोध में पाया गया कि जिस समूह को मछली के तेल का सेवन कराया गया, उसमें मछली का सेवन नहीं करने वाले समूह की तुलना में असाधारण अंतर पाया गया। सिजोफ्रेनिया एक गंभीर बीमारी है जिसमें आजीवन दिमागी गड़बड़ी पैदा हो जाती है। पुरुषों में इसके लक्षण किशोरावस्था में ही दिखने शुरू हो जाते हैं जबकि महिलाओं में इसके लक्षण 30 वर्ष की उम्र में दिखते हैं। इंडो-एशियन न्यूज सर्विस |
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