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माँ सरस्वती वन्दना

शारदे ज्योतिर्मयी माँ ज्योति का वरदान दे दे।
अज्ञान तम को दूर कर माँ ज्ञान पुजं प्रकाश भर दे।।
पाई जोड़ कुबेर बनते
बूंद बूंद घट हैं भरते
शब्द जोड़ूं छन्द बनाऊँ
माँ अगर तू हाथ धर दे।।
शारदे ज्योतिर्मयी माँ ज्योति का वरदान दे दे।
गहन बन में मैं अकेली
निविड़ तम है पथ हूँ भूली
माँ मुझे अवलम्ब दे कर
पुण्य पथ प्रशस्त कर दे।।
शारदे ज्योतिर्मयी माँ ज्योति का वरदान दे दे।
गहरी नदिया नाव पुरानी
है बरसता घोर पानी
बीच भँवर हूँ डगमगाती
माँ मुझे उस पार कर दे।
शारदे ज्योतिर्मयी माँ ज्योति का वरदान दे दे।
अज्ञान तम को दूर कर माँ ज्ञान पुंज प्रकाश भर दे।।

– सावित्री जायसवाल

ma[- 9‚ 2002


 

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