आएंगे पिता
सुबह की सैर से
और चाय के साथ
मांगेंगे बिस्किट
देर होने पर
पानी में भिगोकर
खा लेने के बाद
चीखेंगे – चिल्लाएंगे
प्रदर्शन करेंगे
अपनी निस्सहायता का
इस दावे के साथ कि
अब भी है उनका
मालिकाना हक
इस घर की प्रत्येक चीज़ पर
अपने हाशिये पर होने को
नहीं कर पायेंगे
स्वीकार एकदम
पर स्वीकारने के बाद
खामोशी से
चले जायेंगे
अपने बिस्तर की ओर
गर्म प्याला छोड़।
कविताएँ
पिता
आज का विचार
द्विशाखित होना The river bifurcates up ahead into two narrow stream. नदी आगे चलकर दो संकीर्ण धाराओं में द्विशाखित हो जाती है।
आज का शब्द
द्विशाखित होना The river bifurcates up ahead into two narrow stream. नदी आगे चलकर दो संकीर्ण धाराओं में द्विशाखित हो जाती है।