जो जानते हैं कि
प्रेम कैसे किया जाता है
वे नहीं जानते
प्रेम क्या है?
जो जानते हैं
प्रेम क्या है?
वे नहीं कर सकते प्रेम
प्रेम की तरह
इसीलिये तब भी कहा था तुमसे
अब भी कहती हूँ
जानो
या
करो
कविताएँ
प्रेम
आज का विचार
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार हैं।
आज का शब्द
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार हैं।