तुम कौन हो ?
मन में ढेरों ज्वार लिये
मगर यों शान्त , एक महासागर
या
एक साधना कक्ष
जहॉं प्रविष्ट होते ही
मैं सारे विकारों से परिमुक्त ,
शान्त हो जाती हूँ।
कविताएँ
साधना कक्ष
आज का विचार
एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।
आज का शब्द
एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।