कभी कुछ बनता है
कभी छितर जाती है
स्याही पूरे पन्ने पर
कभी शब्द एक
बेसहारा
झूलता है हवा में
कभी टेढ़ी लाईन अथखिंची सी
घिसटती जाती है दूर तक
ऐसे गुजरता है एक…
एक दिन
कविताएँ
दिन
आज का विचार
जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर विश्वास नहीं कर सकते।
आज का शब्द
जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर विश्वास नहीं कर सकते।