मुखपृष्ठ
|
कहानी |
कविता |
कार्टून
|
कार्यशाला |
कैशोर्य |
चित्र-लेख | दृष्टिकोण
|
नृत्य |
निबन्ध |
देस-परदेस |
परिवार
|
फीचर |
बच्चों की दुनिया |
भक्ति-काल धर्म |
रसोई |
लेखक |
व्यक्तित्व |
व्यंग्य |
विविधा |
संस्मरण |
साक्षात्कार |
सृजन |
डायरी
|
स्वास्थ्य
|
|
Home | Boloji | Kabir | Writers | Contribute | Search | Feedback | Contact | Share this Page! |
|
जनवरी 26‚ 2002 एक और गणतन्त्र दिवस कितने गणतन्त्र बीत
गये‚ कितनी योजनाएं‚ बनी लागू हुईं। क्या भारत की आन्तरिक तस्वीरें बदल सकीं?
आज उच्च तकनीकी के युग में भारत काफी आगे है‚ विश्व पटल पर चर्चित तथा
सक्षम व स्वयंसिद्ध यह विशाल देश भ्रष्टाचार के आगे आन्तरिक मोर्चों पर
कमज़ोर क्यों? देश के कुछ गाँव अब भी उपेक्षित क्यों हैं? कागजों पर साकार
हुई योजनाएं और सरकारी मुलाजिमों के खातों में जमा आर्थिक सहायताओं के चलते
भारत का आन्तरिक स्वरूप कब तक ऐसा ही रहेगा? |
|
(c) HindiNest.com
1999-2021 All Rights Reserved. |