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कोख का किराया तीसरा पन्ना जया आंटी आजकल कुछ ज्यादा ही घर आने लगी हैं। पहले तो केवल उनके लिये उपहार लाया करती थीं, किन्तु आजकल तो सब ममी के लिये आता है, कभी खाने के लिये तो कभी पहनने के लिये। ममी के पास तो पहले ही इतने अधिक कपडे हैं। और फिर ममी और जया आंटी में आजकल खुसर पुसर बहुत होने लगी है। दोनों खुल कर बात नहीं करती, बस धीमी-धीमी आवाज में ही बोलती हैं। दोनों बच्चे इस बात से प्रसन्न भी हैं कि दो-तीन बार तो डेविड अंकल भी घर आ चुके हैं। मुहल्ले में भी कार्ल और रीटा का रोब-दाब बढ ग़या है - आखिर बीफी डेविड उनके घर आता है। ऌंग्लैण्ड का सबसे बडा फुटबॉल खिलाडी उनके घर आता है। गैरी आजकल घर आने से कतराने लगा है। घर में आता है तो टेलीफोन से चिपका रहता है।गैरी तो ऐसा नहीं था। वह तो सारा समय बच्चों के साथ हंसी-ठठ्ठा करने वाला व्यक्ति है। फिर अचानक वह ऐसा व्यवहार क्यों करने लगा है? कल ही उसके मोबाइल पर एक रोमांटिक किस्म का संदेश देखा था मैनी ने। शेरिल!हाँ यही नाम तो था। ''
यह शेरिल कौन
है? आज मैनी डर गई , घबरा गई है। क्या गैरी उसे छोडने के बारे में सोच रहा है? क्या सचमुच उसका शेरिल के साथ लफडा चल रहा है?उसने तो साफ-साफ लिखा है कि वह गैरी को गर्र्मगर्म चुम्बन भेज रही है। बेशरम! उसे मेरा गैरी ही मिला है? रेल्वे में तो और भी कितने ही कुंआरे ड्राइवर हैं। फिर मेरा गैरी ही क्यों? क्या गैरी सचमुच नाराज है? क्या उसे मनाया नहीं जा सकता? दरअसल मैंने ही उसे मनाने का ठीक से प्रयास नहीं किया। बस शेरिल का नाम लेकर कटहरे में खडा कर दिया, भिड ग़ई उससे। आज रात उसे मनाने का प्रयास करूंगी। '' गैरी तुम्हें
याद है, जब कार्ल
होने वाला था तो हम कैसे अपनी दैहिक जरूरतें पूरी करते थे? कितनी
मुश्किल हुआ करती थी। गैरी मुंह फेर कर सो गया है।मैनी का प्रयास विफल हो गया है। क्या उसका दाम्पत्य जीवन भी ऐसे ही करवट बदल कर सोने वाला है? क्या उसका अपना गैरी पराया होने वाला है? अब तो केवल सुबह तक प्रतीक्षा करनी होगी, सुबह डेविड और जया आने वाले हैं। अब तो डिलीवरी का समय भी निकट आता जा रहा है। डेविड ने अनुबंध की शर्त के अनुसार पचास हजार पाउण्ड मैनी के बैंक खाते में जमा करवा दिये हैं। गैरी को अभी तक कुछ भी नहीं मालूम। गैरी को बताए या ना बताए? अगर यह मुझे कल को छोड ग़या तो? या फिर इन पैसों के लालच में ही रुक जाए। अभी तो प्रतीक्षा करना ही उचित दिखाई देता है। मैनी की बीमारी का वास्तविक आनंद तो कार्ल और रीटा ही उठा रहे हैं। हर रोज भोजन किसी न किसी रेस्टोरेन्ट से मंगा लिया जाता है। कभी कढाई किंग से तन्दूरी चिकन और सीख कबाब, तो कभी सैम चिकन या फिर पिजा हट या बरगर किंग या फिर केन्टकी फ्राईर्ड बस मौज-मस्ती की बेला! सोचग्रस्त है तो केवल गैरी। उसे बचपन से भारतीय मूल की लडक़ियां ही पसंद आती हैं। उसे गोरी चमडी हमेशा ही बदरंग और बेजान लगती है। ''जानते हो गैरी भगवान बहुत बडा बेकर है यानि कि कुकीज बनाता है यानि कि बिस्कुट। जो कुकीज ज़ल गईं, वो तो उसने अफ्रीका भेज दीं, जो कच्ची रह गईं वो सब यँहा यूरोप में हैं और जो एकदम सही बनीं वो हम भारतीय हैं। तुम गोरे लोग भी नंगे-पंगे हो कर, लाखों-अरबों पाउण्ड के लोशन लगा-लगा कर सूर्य के नीचे लेट कर टेनिंग कर-कर के हम जैसी चमडी बनाने का प्रयास करते हो और जो अफ्रीकी हैं वो भी फेयर एण्ड लवली लगा-लगा कर हम जितना गोरा होने की कोशिश करने में जुटे रहते हैं। खिलखिला कर हंस पडी थी मैनी। गैरी की प्रेमिका ने हंसी-हंसी में ही इतनी गहरी बात कह दी थी। गैरी को समझ में आ गया कि क्यों उसे भारतीय लडक़ियां ही सुन्दर लगती हैं। जब से सुष्मिता सेन और ऐश्वर्य राय विश्व सुन्दरियां बनी हैं, उसके विचारों को और अधिक बल मिल गया है। उससे गलती कहाँ हो गई है? जब वह अपनी मैनी को पूर्ण समर्पित है, वह अपने मित्रों के साथ पब तक नहीं जाता, क्योंकि उसे मैनी के बिना कहीं भी जाना अच्छा नहीं लगता है, तो फिर मैनी ने ही उसके साथ ऐसा क्यों किया? कल रात जब वह काम से लौटा तो उसके मन में छुपे मैनी के प्रति प्रेम ने हुलारा लिया और वह बिस्तर में मैनी के पास पहुँच गया। '' नहीं, गैरी नहीं, मेरी तबियत ठीक नहीं है। वैसे भी बहुत इनकन्वीनियेन्स होगी। गैरी उठ कर नीचे बैठक में पहुँच गया। वहीं वीडीयो पर एक इरॉटिक फिल्म लगा कर देखने लगा। फिर भी दिमाग को चैन नहीं मिल रहा था। जया और डेविड उसे परले दरजे के मक्कार लग रहे थे। उसकी भोली-भाली मैनी को फंसा लिया। क्या उसे मैनी पर नाराज होना चाहिये? क्या सचमुच कुसूर उसी का है? कहीं वह भी किसी चाल का शिकार तो नहीं। अचानक फिल्म में उसे एक चेहरा जाना-पहचाना सा लगा। अरे यह तो बिलकुल उसकी एक गार्ड से मिलता-जुलता चेहरा है, क्या नाम है उसका, नीना और इण्डियन भी है। शेरिल उसे लिफ्ट अवश्य देती है, किन्तु अपने मन का क्या करे जो कि भारतीय चमडी क़ो ही प्यार करना चाहता है। नीना बता रही थी कि वह तलाकशुदा है। शादी के दो वर्ष बाद ही तलाक हो गया था। वह नीना के सपने देखता, शराब के नशे में चूर वहीं सोफे पर लुढक़ गया। पचास हजार पाउण्ड की गर्मी के बावजूद मैनी के भीतर तक ठण्ड भरी हुई है, डर गई है वह। गैरी अब मैनी से बिलकुल बात नहीं करता। अपना भोजन स्वयं बना लेता है या फिर बाहर से खाकर ही आता है। जब नीना का फोन पहली बार घर पर आया तो मैनी चौंकी। शेरिल से छुटकारा पाना इतना मुश्किल नहीं था, पर भारतीय लडक़ियां तो गैरी की कमजोरी हैं। आज तो मैनी मन ही मन वाहे गुरू से चलीहे की मन्नत मान रही है कि उसके गैरी को नीना से बचा ले। संस्कारों से बच पाना इतना ही आसान है क्या? मैनी और चलीहे की बात! डिलीवरी को अभी तीन महीने बाकि हैं। रीटा और कार्ल तो नॉर्थविक अस्पताल ही में पैदा हुए थे । अबकि बार तो मैनी प्राइवेट नर्सिंग होम का आनंद उठा रही है। उसे आज भी वो कैलेण्डर याद आ रहा है जो उसके पिता भारत से लाए थे। शायद मर्फी रेडियो का कैलेन्डर था। उसमें एक बेहद खूबसूरत बच्चा बना हुआ था। बच्चे ने अपने बाएं हाथ की अम्गुली अपने होंठों पर रखी हुई थी। उसके बाल लम्बे थे, जैसे अभी मुण्डन हुए ही न हों। कुछ ऐसा ही बच्चा वह डेविड की भेंट करना चाहती है। फिर सोचती है कि चलो मान भी लें कि डेविड इतना क्रूर हो जाए कि उसे बच्चे से मिलने ही न दे , किन्तु उस बच्चे के चेहरे में क्या उसे मेरा चेहरा नहीं दिखाई देगा? जैसे-जैसे डिलीवरी का समय निकट आ रहा था, जया और डेविड मैनी के निकट आते जा रहे थे और गैरी गैर बनता जा रहा था। कार्ल और रीटा भी मैनी के बिना जीने के आदि होते जा रहे थे। टेलीविजन में कार्टून नेटवर्क, एम टी वी और साथ में चिप्स और पॉपकॉर्न! बस यही तो कर रहे थे। फिर एक रात अचानक मैनी को पेट में दर्द उठा। दर्द इतना अधिक था कि उसे अपने किये पर आश्चर्य करने का भी अवसर नहीं मिला। गैरी को उठाने के स्थान पर उसने जया को फोन किया। उसके फोन नीचे रखते ही जया और डेविड वहाँ पहुँच गए थे। गैरी तो शराब के नशे में धुत्त गहरी नींद सो रहा था। पुत्र पैदा हुआ था। अरे यह तो हू-ब-हू तुम्हारी शक्ल की कार्बन कॉपी लग रहा है। जया अपनी प्रसन्नता रोक नहीं पा रही थी। मैनी को तब कहाँ मालूम था कि उसका जीवन भी अब असली जीवन की कार्बन कॉपी बन कर रह जाएगा। मूल प्रति तो कहीं खो जाने वाली है। और यह कार्बन कॉपी भी सत्यापित प्रति नहीं। कार्बन मुडा-तुडा है, कॉपी पर सलवटें साफ दिखाई दे रही हैं। '' जया, कहाँ
है बच्चा? मुझे
भी तो देखने दो न कैसा लगता है! वह आराम ही करती रह गई । ड़ेविड और जया अपने जेफ़ को लेकर चले गए, उसे तो पता भी नहीं चला। अब डेविड तो डेविड जया भी टेलीफोन पर बात तक करने नहीं आ रही थी। दोस्ती प्रगाढ होने के स्थान पर सदा के लिये समाप्त हो गई। मैनी को समझ ही नहीं आया कि उसका कुसूर क्या था? थकी हारी मैनी हस्पताल से मिनी कैंब लेकर घर पहुँची तो घर में कोई नहीं था। उसने अपने पर्स से अपनी वाली चाबियां निकाल कर दरवाजा खोला। घर में एक वीरान, भयभीत कर देने वाली चुप्पी छाई हुई थी। गैरी अवश्य ही कार्ल और रीटा को बाहर ले गया होगा - शायद मैकडॉनल्ड तक। मैनी फ्रिज खोल कर कोकाकोला की बोतल निकालती है और गिलास में डाल कर घूंट भरती है। ''अरे हमारी मैनी घर आ गई। देखो तो कितना प्यारा बेटा है हमारा। हमारा कार्ल, बडा होकर पायलट बनेगा। बाप रेलगाडी चलाता है तो बेटा हवाईजहाज चलाएगा। यादों की दुनिया से सच्चाई के संसार में वापिस लौटती है मैनी। टेलीविजन पर कुछ पत्र रखे हैं। सबसे उपर गैरी के हाथ से लिखा रुक्का है। वह अपने दोनों बच्चों को लेकर नीना के साथ रहने चला गया है। अब उसे मैनी में कोई दिलचस्पी नहीं रही। उसने लिखा है कि उसे वापस बुलाने की कोशिश बेकार होगी। अब मैनी चाहे तो अपनी कोख को किराए पर देने का व्यापार कर सकती है। बहुत से ग्राहक मिल जाएंगे। मैनी एक बार और जया को फोन मिलाती है। इस बार जया फोन पर बात करने के लिये आ जाती है, '' देखो मैनी, मैं आज तक तुम्हें साफ-साफ कहने से बचती रही कि तुम्हारा दिल टूट जाएगा। नाऊ यू मस्ट रियलाईज क़ि जेफ़ हमारा बेटा है, मेरा और डेविड का। हम दोनों अपने बच्चे से बेहद प्यार करते हैं। अगर तुम हमारे बच्चे से मिलोगी तो हम लोगों के बीच कॉम्पलीकेशन्स बढेंग़े। हम सब के लिये बेहतर यही है कि तुम अपना जीवन जियो और हम अपना जियें। ठीक है कि हमने अपने बच्चे के लिये तुम्हारी कोख का इस्तेमाल किया है पर उसका पूरा किराया भी तो हमने दिया है। कोख का किराया! क्या यही औकात है अब मैनी की? जेफ़ जया और डेविड के पास है और गैरी अपने बच्चों समेत नीना के पास । मैनी के चारों ओर सन्नाटे से भरी चीखती दीवारें हैं। - तेजेन्द्र शर्मा |
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